स्पाइन सर्जरी – डर नहीं, उम्मीद की नई राह!

स्पाइन सर्जरी – डर नहीं, उम्मीद की नई राह!

23 वर्षीय युवक की कहानी जिसने दोबारा चलना सीखा
“मैं व्हीलचेयर पर बैठा था, लोग कहते थे अब कुछ नहीं हो सकता… लेकिन आज मैं अपने पैरों पर खड़ा हूँ!”

यह कहानी है एक 23 वर्षीय युवक की जिसे 7 महीने से पीठ दर्द और चलने में दिक्कत थी। धीरे-धीरे स्थिति इतनी बिगड़ी कि वह खुद से चलना तो दूर, खड़ा भी नहीं हो पाता था।  पैरों में कमजोरी आ गई थी, बैलेंस बिगड़ गया था और व्हीलचेयर उसका एकमात्र सहारा बन गया था।

जांच में सामने आया कि मरीज को
👉 D8-D9 Collapse with Kyphus Deformity था
👉 Spinal cord पर दबाव और paravertebral collection मौजूद था
👉 और यह सब Pott’s Spine (स्पाइनल टी.बी.) के कारण हुआ था

इससे दोनों पैरों की नसें प्रभावित हो गई थीं और वह लगभग अचल (immobile) हो चुका था।

🩺 सर्जरीनई उम्मीद की शुरुआत

29 मई 2025 को    डॉ. शंकर आचार्य (सीनियर स्पाइन सर्जन) ने सफलतापूर्वक
👉 D8 से D11 तक Posterior Spinal Fixation with Decompression at D8-D9 और Bone Grafting की।

 

 

 

 

 

सर्जरी के तुरंत बाद:
✅ मरीज का दर्द कम हुआ
✅ पैरों में धीरे-धीरे ताकत लौटने लगी
✅ और वह ब्रेस (brace) की सहायता से खड़ा होकर चलने लगा

आज – 6 महीने बाद का परिणाम
अब सर्जरी को लगभग 6 महीने हो चुके हैं। मरीज की हालत में चमत्कारिक सुधार हुआ है:

✅ बिना सहारे चल सकता है
✅ अपने सभी काम खुद कर सकता है
✅ अब व्हीलचेयर की ज़रूरत नहीं पड़ती
✅ कोई सुन्नपन या दर्द नहीं है
✅ और जीवन पूरी तरह सामान्य हो चुका है

 स्पाइन सर्जरी से डरना नहीं चाहिए

अक्सर लोग सोचते हैं कि स्पाइन सर्जरी खतरनाक होती है,
लेकिन असलियत यह है कि —
अगर समय पर सही जांच और सर्जरी की जाए तो मरीज का पूरा जीवन बदल सकता है।

रीढ़ की हड्डी में संक्रमण, दबाव या विकृति (deformity) को नजरअंदाज करने से स्थायी लकवा या न्यूरोलॉजिकल नुकसान हो सकता है।
जबकि समय पर इलाज और आधुनिक तकनीक से यह सब 100% नियंत्रित और ठीक किया जा सकता है।

डॉक्टर ने मुझे दोबारा चलने की ताकत दी। पहले डर लग रहा था सर्जरी से, लेकिन अब लगता हैये सबसे सही फैसला था।

अंतिम संदेश

सही सर्जन, सही समय और सही विश्वास – यही सफलता की कुंजी है।

🔗 क्या आप या आपका कोई प्रियजन भी रीढ़ की समस्या से जूझ रहा है?
👉 डॉ. शंकर आचार्य से अपॉइंटमेंट लें